नगांव से रवीन्द्र शाह की रिपोर्ट
"स्वतंत्रता सेनानियों के बिना, भारत के दृढ़ संकल्पित स्वतंत्रता
सेनानियों, देश, राष्ट्र और
भूमि, भाषा, संस्कृति और
चेतना अलग होती। शहीदों के कच्चे खून और स्वतंत्रता सेनानियों के दृढ़ संकल्प के
कारण ही हम स्वतंत्र भारत के नागरिक बन पाए हैं और विश्व स्तरीय भारत के निर्माण
का सपना देख पाए हैं। एक कार्यपालिका और एक मीडिया है य है अथवा गणतंत्र के सरकार
और प्रशासन है। उक्त बातें नौगांव जिला स्वतंत्रता सेनानी सम्मेलन के संपादक
नीलरंजन शर्मा ने कही। उन्होंने सरकार और प्रशासन से स्वतंत्रता सेनानियों के
परिवारों को सुरक्षित रखने के लिए कार्रवाई करने का भी आह्वान किया। गढ़ 4 अप्रैल को नगांव के स्वतंत्रता सेनानी भवन
में आयोजित सभा में नगांव जिला स्वतंत्रता सेनानी सम्मेलन का एक आवश्यक कार्यकारी
सभा में इस संदर्भ में एक सर्व समिति से प्रस्ताव ग्रहण किया गया। नगांव जिला
स्वतंत्रता सेनानी कार्यकारी सभापति रमेश चंद्र हजारिका की अध्यक्षता में आयोजित
हुए सभा में नगांव स्वतंत्रता सेनानी निर्भरशील पेंशनर लोगों का एक यौथ सभा आयोजित
करने का प्रस्ताव लेने के साथही असम राज्य स्वतंत्रता सेनानी सम्मेलन के सौजन्य से
आगामी 6 अप्रैल में होने वाले राजीव सदन परिषद के
सभा में नगांव जिला स्वतंत्रता सेनानी सम्मेलन से निर्धारित 10 लोगों को क्रमशः रमेश चंद्र हजारिका, खरगेश्वरी बोरा, नीलरंजन शर्मा, राणा भुइयां, रातुल बरठाकुर, अरविंद डेका, भबेन दाधरा, बलिन बोरा, देवेन डेका और
उलाही देवी को जिला प्रतिनिधि के रूप में भेजा जा रहा है । स्वतंत्रता सेनानियों
के जीवन पर आधारित लेख मोबाइल, डीटीपी या
श्वेत पत्र के एक पृष्ठ पर स्पष्ट रूप से लिखे जाने चाहिए। लेखों में स्वतंत्रता
सेनानियों के जन्म और मृत्यु, जन्म स्थान, माता-पिता की पहचान, शिक्षा, विवाह, करियर, सामाजिक
भूमिका के साथ-साथ 42” के स्वतंत्रता
संग्राम में स्वतंत्रता सेनानी की भूमिका या वीरता का संक्षेप में वर्णन होना
चाहिए। लेख समूह आगामी एक वैशाख के बाद संपादक , मुक्तिजुजारु
भवन, माही चंद्र बोरा रोड, नगांव (असम) और मोबाइल नंबर:--- 6001460105 पर संपर्क
करने का आह्वान किया गया है।